भारतीय सेना संवेदनशील सीमावर्ती क्षेत्रों में अपनी निगरानी और युद्ध क्षमताओं को मजबूत बनाने में लगी हुई है। इसी क्रम में सेना ने आपातकालीन खरीद शक्तियों का प्रयोग करते हुए 130 नए-पुराने ड्रोन सिस्टम खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सेना के अधिकारियों ने मंगलवार को इस बारे में जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि आपातकालीन खरीद शक्ति का इस्तेमाल कर टेथर्ड ड्रोन को ‘स्वदेशी’ श्रेणी के तहत खरीदा जा रहा है। अधिकारियों ने कहा कि प्रत्येक ड्रोन प्रणाली में संयुक्त पेलोड के साथ दो हवाई वाहन, एक मैन पोर्टेबल ग्राउंड कंट्रोल स्टेशन, एक टीथर स्टेशन और एक रिमोट वीडियो टर्मिनल शामिल होंगे। इसके लिए निविदा जमा करने की अंतिम तिथि 14 फरवरी है। सेना ने सहायक उपकरणों के साथ 100 ‘रोबोटिक म्यूल’ की खरीद प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। अधिकारियों ने कहा कि इसके लिए निविदा जमा करने की आखिरी तारीख छह फरवरी है।
क्या होते हैं टेथर्ड ड्रोन?
टेथर्ड ड्रोन सिस्टम में ऐसे ड्रोन होते हैं जो ग्राउंड-बेस्ड टीथर स्टेशन से जुड़े होते हैं और लंबे समय तक दृष्टि लक्ष्य की रेखा से परे निगरानी प्रदान कर सकते हैं। इन ड्रोन्स को अतिरिक्त जानकारी प्राप्त करने या खुफिया जानकारी की पुष्टि करने के लिए एक निश्चित अवधि के लिए अनएथर्ड मोड में भी लॉन्च किया जा सकता है।
जेट पैक सूट खरीदने के लिए आरएफपी जारी
इसके अलावा सेना ने बाय इंडियन कैटेगरी के तहत फास्ट ट्रैक प्रोसीजर (FTP) के जरिए 48 जेट पैक सूट खरीदने के लिए रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (RFP) भी जारी किया है। जेट पैक सूट एक ऐसा उपकरण है जो पहनने वाले को हवा के माध्यम से आगे बढ़ाता है। डिवाइस उपयोगकर्ता को उड़ान भरने के लिए प्रेरित करने के लिए गैस या तरल का उपयोग करता है।